दोस्तो आप सभी का MULTIPLE GAYANI मे स्वागत है आज हमलोग शब्द - समूह के लिए एक शब्द पढ़ने जा रहे है अगर किसी प्रकार का गलती हो तो हमे (COMMENTS BOX ) मे comments कर बताये ।
शब्द - समूह के लिए एक शब्द हिंदी मे
1, कुंज - वृक्ष लताओं से आच्छादित स्थान
2, कूपमण्डूक - वह जो सांसारिक अनुभवों से हीन हो।
3, कृतघ्न - वह जो किए हुए व उपकारों को न माने।
4 , कृतज्ञ - वह जो किए हुए उपकार को माने।
5, कृपण - वह जो बहुत कंजूस, सूम हो।
6, कृमिघ्न - कीटाणु मारने वाला/वाली।
7 , क्रीत - वह जिसे खरीद लिया गया हो।
8, क्लीव - वह जो स्त्री-पुरुष से भिन्न हो (नपुंसक)।
9, गोलशास्त्र - आकाश मण्डल के विषय में ज्ञान प्राप्त करने की विद्या।
10,खेद - अपनी गलती पर साधारण दुख प्रकट करना
11,जलचर - जल में रहने वाले
12, जिजीविषा - जीवन जीने की इच्छा शक्ति
13, जिज्ञासु - नई बात जानने की इच्छा रखने वाला व्यक्ति ।
14, जितेन्द्रिय - वह जिसने इन्द्रियों को जीत लिया है।
15,ज्ञेय - वह जो जानने योग्य हो ।
16,टकसाल - सिक्के ढालने का स्थान।
17, घसियारा - वह जो घास पर अपना जीवन यापन करें।
18, चतुर्मास - वर्षा के समय के चार मासों का समाहार ।
19, चम्पू - गद्य एवं पद्य मिश्रित रचना ।
20,चिरस्थायी - वह जो लम्बे समय तक रहे।
21,छात्रावास - वह स्थान जहाँ छात्र रहते हैं।
22, छावनी - वह स्थान जहाँ सेना निवास करती है।
23, गैर कानूनी - वह जो कानून के विरु द्ध हो।
24, गोधूलि - सन्ध्या व रात्रि के मध्य की बेला (का समय)
25, गोपनीय - वह जो छिपाने योग्य बात हो।
26, शतायु - वह जिसकी आयु सौ वर्ष की हो।
27, शाकाहारी - वह जो शाक का आहार करे।
28, शैव - वह जो शिव की उपासना करता हो।
29, शहीद - वह जो देश के लिए बलिदान हो गया।
30, वर्णनातीत - जो बात वर्णन करने के बाहर हो।
31,वाग्दत्ता - वह कन्या जिसके विवाह का वचन दे दिया गया हो।
32, वाचाल - वह जो बहुत बोलता है।
33, विगत - वह जो बीत चुका है।
34, विधवा - वह स्त्री जिसका पति मर चुका हो।
35, विधुर - वह पुरुष जिसकी पत्नी मर चुकी हो
36, विरक्त - वह जो किसी के प्रति उदासीन रहे।
37, विवादग्रस्त - 'वह जो विवाद का विषय हो ।
38, विमत - वह जो मत के विरुद्ध हो ।
39, विमाता - किसी की सौतेली माँ ।
40, विरासत - पुरानी पीढ़ी से नई पीढ़ी को मिलने वाली संपत्ति ।
41, विकलांग - वह व्यक्ति जिसके शरीर के अंग विकल हो।
42, नातिदीर्घ - वह जो बहुत बड़ा न हो।
43, अवमूल्यन - उचित से कम मूल्य लगाना।
44,दुर्लघ्य - जिसे पार करना कठिन हो।
45, अनाहूत - वह जिसे बुलाया न गया हो।
46, क्षेपक - किसी ग्रन्थ में अन्य व्यक्ति द्वारा जोड़ा गया भाग।
47, अन्तेवासी - गुरु के समीप रहने वाला विद्यार्थी ।
48, दीर्घसूत्री - हर काम को देर से करने वाला।
49, स्वयंपाकी - वह जो अपना भोजन स्वयं बनाये ।
50, स्वयं सेवक - वह जो स्वेच्छा से समाज की सेवा करे।
51, स्वावलम्बी - आजीविका आदि की दृष्टि से अपने ऊपर निर्भररहने वाला ।
52, स्वयं सिद्ध - जिसको सिद्ध करने के लिए अन्य प्रमाण कीआवश्यकता नहीं।
53, स्थानापन्न - वह जो दूसरे के स्थान पर अस्थायी रूप से कामकरे ।
54 , हुतात्मा - वह जिसने पवित्र कार्य के लिए अपने प्राण दे दिये।
55, हेमाद्रि - सोने के समान चोटियों वाला पर्वत ।
56, अनुभूत - जिसका अनुभव किया गया हो।
57, मिताहारी - वह जो कम खाता है।
58, मिष्टभाषी - वह जो मीठी वाणी बोलता है।
59, मुमुक्षु - मोक्ष या मुक्ति की इच्छा रखने वाला।
60, मृणाल - कमल की डण्डी ।
61, मृदुभाषी - वह जो मीठी (मृदु) वाणी बोलता है।
62, मृत्युंजय - वह जिसने मृत्यु को जीत लिया।
63, निरक्षर - वह जिसे अक्षरों का बिल्कुल ही ज्ञान न हो।
64, निरपेक्ष - वह जो किसी का पक्ष न ले (निष्पक्ष)
65, निराकार - वह जिसका कोई आकार या स्वरूप न हो।
66, निराधार - वह जिसका कोई आधार न हो।
67, निरामिष - वह जो माँस नहीं खाता।
68, निरीह - वह जो उदासीन, विरक्त हो, किसी बात की चाह न हो।
69, निरुत्तर - वह जो किसी प्रश्न का उत्तर न दे सके।
70, निर्जन - वह स्थान जहाँ कोई व्यक्ति (जन) न हो।
71, निर्दय - वह जिसके हृदय में दया न हो। -
72, निर्यात - बिक्री के लिए किसी वस्तु को बाहर भेजना।
73, परिव्राजक - देश देशान्तर में घूमने फिरने वाला
74, साधु परोक्ष - वह जो आँखों के परे हो।
75, परोपकारी - वह जो दूसरों का उपकार करता है।
76, विवादग्रस्त - वह जो विवाद का विषय हो ।
77, पाण्डुलिपि - किसी रचना की हाथ से लिखी प्रति।
88, पाथेय - मार्ग में खाने के लिए लिया गया भोजन।
89, पारलौकिक - वह जो पर लोक से सम्बन्धित हो ।
80, पार्थिव - वह जो पृथ्वी से सम्बन्धित हो।
81, पुरातत्ववेता - प्राचीन काल संबंधी विद्या को जानने वाला
82,पैतृक - पिता से सम्बन्धित
83,भारोपीय - भारत और यूरोप से सम्बन्धित
84, भित्तिचित्र - भित्ति (दीवार) पर बनाये गये चित्र
85, भुक्तभोगी - वह जो किसी विपत्ति को भोग चुका हो।
86, भूतपूर्व - वह जो भूतकाल में हुआ हो ।
87, अजेय - वह जिसे जीता न जा सके।
88, अज्ञेय - वह जिसे जाना नहीं जा सके।
89, अतिवृष्टि - बहुत अधिक वर्षा का होना।
90, अग - वह जो गमन न करे। अचल ।
91, अंगम - वह जहाँ गमन न किया जा सके।
92, अगम्य - वह स्थान जहाँ गमन न किया जा सके।
93, अगाध - वह जो बहुत गहरा हो ।
94, अगोचर - वह जो इन्द्रियों से परे हो ।
95,अग्रगण्य - वह जो आगे गिनने योग्य हो।
96, अग्रज - वह जिसका जन्म पहले हुआ हो।
97, अनन्त - वह जिसका अन्त न हो।
98, अनन्य - वह जिसका सम्बन्ध अन्य से न हो।
99, अनपढ़ - वह जो पढ़ा-लिखा न हो।
100, अनरुद्ध - वह जो रोका न जा सके।
101, अनश्वर - वह जिसका कभी नाश न हो।
102, अनभिज्ञ - वह जिसे किसी बात का पता न हो।
103, अनागत वह जो कभी न आया हो।
104, अनिमेष - बिना पलकें झपकाए हुए। एकटक देखना ।
105,अनिर्वचनीय - वह जिसको शब्दों द्वारा व्यक्त न किया जा सके।
106,अचिन्त्य - वह जिसका चिन्तन न किया जा सके।
107, अभूतपूर्व - वह जो पहले कभी न हुआ हो।
108, अमर - वह जो कभी न मरे ।
109, अमित्र - वह जो मित्र न हो।
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