शब्द - समूह के लिए एक शब्द हिंदी मे । Word - one word for group in Hindi 100 +

 

दोस्तो आप सभी का MULTIPLE GAYANI मे स्वागत है आज हमलोग शब्द - समूह के लिए एक शब्द पढ़ने जा रहे है अगर किसी प्रकार का गलती हो तो हमे  (COMMENTS BOX ) मे comments कर बताये ।



शब्द - समूह के लिए एक शब्द हिंदी मे 





1, कुंज - वृक्ष लताओं से आच्छादित स्थान


2, कूपमण्डूक - वह जो सांसारिक अनुभवों से हीन हो।


3, कृतघ्न - वह जो किए हुए व उपकारों को न माने।


4 , कृतज्ञ - वह जो किए हुए उपकार को माने।


5, कृपण - वह जो बहुत कंजूस, सूम हो।


6, कृमिघ्न - कीटाणु मारने वाला/वाली।


7 , क्रीत - वह जिसे खरीद लिया गया हो।


8, क्लीव - वह जो स्त्री-पुरुष से भिन्न हो (नपुंसक)।


9, गोलशास्त्र - आकाश मण्डल के विषय में ज्ञान प्राप्त करने की विद्या।


10,खेद - अपनी गलती पर साधारण दुख प्रकट करना 


11,जलचर - जल में रहने वाले


12, जिजीविषा - जीवन जीने की इच्छा शक्ति


13, जिज्ञासु - नई बात जानने की इच्छा रखने वाला व्यक्ति ।


14, जितेन्द्रिय - वह जिसने इन्द्रियों को जीत लिया है।


15,ज्ञेय - वह जो जानने योग्य हो ।


16,टकसाल - सिक्के ढालने का स्थान।


17, घसियारा - वह जो घास पर अपना जीवन यापन करें।


 18, चतुर्मास - वर्षा के समय के चार मासों का समाहार ।


19, चम्पू - गद्य एवं पद्य मिश्रित रचना ।


20,चिरस्थायी - वह जो लम्बे समय तक रहे।


21,छात्रावास - वह स्थान जहाँ छात्र रहते हैं। 


22, छावनी - वह स्थान जहाँ सेना निवास करती है।


23, गैर कानूनी - वह जो कानून के विरु द्ध हो।

 

24, गोधूलि - सन्ध्या व रात्रि के मध्य की बेला (का समय)


 25, गोपनीय - वह जो छिपाने योग्य बात हो।


26, शतायु - वह जिसकी आयु सौ वर्ष की हो।


 27, शाकाहारी - वह जो शाक का आहार करे।


 28, शैव - वह जो शिव की उपासना करता हो।


 29, शहीद - वह जो देश के लिए बलिदान हो गया।


30, वर्णनातीत - जो बात वर्णन करने के बाहर हो।


31,वाग्दत्ता - वह कन्या जिसके विवाह का वचन दे दिया गया हो।


32, वाचाल - वह जो बहुत बोलता है।


33, विगत - वह जो बीत चुका है।


34, विधवा - वह स्त्री जिसका पति मर चुका हो।


35, विधुर - वह पुरुष जिसकी पत्नी मर चुकी हो


36, विरक्त - वह जो किसी के प्रति उदासीन रहे।


37, विवादग्रस्त - 'वह जो विवाद का विषय हो ।


38, विमत - वह जो मत के विरुद्ध हो ।


39, विमाता - किसी की सौतेली माँ ।


40, विरासत - पुरानी पीढ़ी से नई पीढ़ी को मिलने वाली संपत्ति ।


41, विकलांग - वह व्यक्ति जिसके शरीर के अंग विकल हो।


42, नातिदीर्घ - वह जो बहुत बड़ा न हो।


43, अवमूल्यन - उचित से कम मूल्य लगाना।


44,दुर्लघ्य - जिसे पार करना कठिन हो।


45, अनाहूत - वह जिसे बुलाया न गया हो।


46, क्षेपक - किसी ग्रन्थ में अन्य व्यक्ति द्वारा जोड़ा गया भाग।


47, अन्तेवासी - गुरु के समीप रहने वाला विद्यार्थी ।


48, दीर्घसूत्री - हर काम को देर से करने वाला।


49, स्वयंपाकी - वह जो अपना भोजन स्वयं बनाये ।


50, स्वयं सेवक - वह जो स्वेच्छा से समाज की सेवा करे।


51, स्वावलम्बी - आजीविका आदि की दृष्टि से अपने ऊपर निर्भररहने वाला ।


52, स्वयं सिद्ध - जिसको सिद्ध करने के लिए अन्य प्रमाण कीआवश्यकता नहीं।


53, स्थानापन्न - वह जो दूसरे के स्थान पर अस्थायी रूप से कामकरे ।


54 , हुतात्मा - वह जिसने पवित्र कार्य के लिए अपने प्राण दे दिये।


55, हेमाद्रि - सोने के समान चोटियों वाला पर्वत ।


56, अनुभूत - जिसका अनुभव किया गया हो।


57, मिताहारी - वह जो कम खाता है।


58, मिष्टभाषी - वह जो मीठी वाणी बोलता है।


59, मुमुक्षु - मोक्ष या मुक्ति की इच्छा रखने वाला। 


60, मृणाल - कमल की डण्डी ।


61, मृदुभाषी - वह जो मीठी (मृदु) वाणी बोलता है।


62, मृत्युंजय - वह जिसने मृत्यु को जीत लिया।


63, निरक्षर - वह जिसे अक्षरों का बिल्कुल ही ज्ञान न हो।


64, निरपेक्ष - वह जो किसी का पक्ष न ले (निष्पक्ष)


65, निराकार - वह जिसका कोई आकार या स्वरूप न हो।


66,  निराधार - वह जिसका कोई आधार न हो।


67, निरामिष - वह जो माँस नहीं खाता।


68, निरीह - वह जो उदासीन, विरक्त हो, किसी बात की चाह न हो।


69, निरुत्तर - वह जो किसी प्रश्न का उत्तर न दे सके।


70, निर्जन - वह स्थान जहाँ कोई व्यक्ति (जन) न हो।


71, निर्दय - वह जिसके हृदय में दया न हो। -


72, निर्यात - बिक्री के लिए किसी वस्तु को बाहर भेजना।


73, परिव्राजक - देश देशान्तर में घूमने फिरने वाला


 74, साधु परोक्ष - वह जो आँखों के परे हो।


75, परोपकारी - वह जो दूसरों का उपकार करता है।


76, विवादग्रस्त - वह जो विवाद का विषय हो । 


77, पाण्डुलिपि - किसी रचना की हाथ से लिखी प्रति।


 88, पाथेय - मार्ग में खाने के लिए लिया गया भोजन।


89, पारलौकिक - वह जो पर लोक से सम्बन्धित हो ।


80, पार्थिव - वह जो पृथ्वी से सम्बन्धित हो।


81, पुरातत्ववेता - प्राचीन काल संबंधी विद्या को जानने वाला


82,पैतृक - पिता से सम्बन्धित


83,भारोपीय - भारत और यूरोप से सम्बन्धित


84, भित्तिचित्र - भित्ति (दीवार) पर बनाये गये चित्र


 85, भुक्तभोगी - वह जो किसी विपत्ति को भोग चुका हो।


86, भूतपूर्व - वह जो भूतकाल में हुआ हो ।


87, अजेय - वह जिसे जीता न जा सके।


88, अज्ञेय - वह जिसे जाना नहीं जा सके। 


89, अतिवृष्टि - बहुत अधिक वर्षा का होना।


90, अग - वह जो गमन न करे। अचल ।


91, अंगम - वह जहाँ गमन न किया जा सके।


92, अगम्य - वह स्थान जहाँ गमन न किया जा सके।


93, अगाध - वह जो बहुत गहरा हो ।


94, अगोचर - वह जो इन्द्रियों से परे हो ।


95,अग्रगण्य - वह जो आगे गिनने योग्य हो।


96, अग्रज - वह जिसका जन्म पहले हुआ हो।


97, अनन्त - वह जिसका अन्त न हो।


98, अनन्य - वह जिसका सम्बन्ध अन्य से न हो।


99, अनपढ़ - वह जो पढ़ा-लिखा न हो।


100,  अनरुद्ध - वह जो रोका न जा सके।


101, अनश्वर - वह जिसका कभी नाश न हो।


102,  अनभिज्ञ - वह जिसे किसी बात का पता न हो।


103, अनागत वह जो कभी न आया हो।


104, अनिमेष - बिना पलकें झपकाए हुए। एकटक देखना ।


105,अनिर्वचनीय - वह जिसको शब्दों द्वारा व्यक्त न किया जा सके।


106,अचिन्त्य - वह जिसका चिन्तन न किया जा सके।


107, अभूतपूर्व - वह जो पहले कभी न हुआ हो।


 108, अमर - वह जो कभी न मरे । 


109, अमित्र - वह जो मित्र न हो।



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